उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (uttarkashi) में पत्रकार राजीव प्रताप (Journalist Rajiv Pratap) की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि राजीव प्रताप (Journalist Rajiv Pratap) की हत्या नहीं हुई बल्कि सड़क दुर्घटना में उनकी जान गई। पुलिस उपाधीक्षक जनक पंवार (Janak Panwar) ने बताया कि राजीव प्रताप (Journalist Rajiv Pratap) हादसे के वक्त शराब के नशे में थे। सीसीटीवी (cctv) फुटेज से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि वो लड़खड़ाते हुए चल रहे थे और गाड़ी को गलत दिशा में चला रहे थे।राजीव अपने कैमरामैन के साथ पुलिस लाइन में नियुक्त मुख्य आरक्षी सोबन सिंह से मिलने गए फिर तीनों ने देर रात 10 बजे तक टैक्सी स्टैंड पर बैठकर शराब पी। इसके बाद सोबन सिंह वहां से निकल गए लेकिन राजीव के कहने पर वे वापस आए। राजीव और सोबन सिंह ने फिर से बाजार में जाकर एक होटल में खाना खाया और शराब पी। पुलिस के मुताबिक रात करीब 11 बजे राजीव होटल से बाहर आए। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि वो उस समय नशे में लड़खड़ा रहे थे। रात 11 बजकर 38 बजे गंगोरी पुल के सीसीटीवी कैमरे में राजीव की कार गंगोरी की तरफ जाते हुए दिखी। इस दौरान गाड़ी में राजीव के अलावा कोई और नहीं था। इसके बाद गंगोरी पुल के बाद लगे एटीएम और पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में राजीव का वाहन कहीं नहीं दिखा। पुलिस का मानना है कि रात 11:40 बजे के आसपास राजीव (Journalist Rajiv Pratap)का वाहन गंगोरी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मामले की जांच एसआईटी (sit) कर रही है।18 सितंबर की रात से लापता राजीव का शव दस दिन बाद 28 सितंबर को जोशियाडा बैराज से बरामद हुआ था। <br /> <br />#journalistdeath #rajivpratapsingh #suspiciousdeath #UKT0121 #uttrakhandnews #rajivpratapsingh #uttarkashijournalist #uttarakhandjournalist #newsinhindi #breakingnews #hindinews #corruption<br /><br />~CO.360~HT.408~ED.276~GR.124~